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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Classic Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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  • आखेट महल - 18

    अठारह   गौरांबर ने देखा, प्लेटफॉर्म पर एक बेंच के पास छोटे-छोटे दो बक्से लि...

  • तेरी मेरी यारी - 5

            (5)सोनम से बात करने के इरादे से कबीर रीसेस के समय स्कूल के जूनियर सेक्शन...

आखेट महल - 18 By Prabodh Kumar Govil

अठारह   गौरांबर ने देखा, प्लेटफॉर्म पर एक बेंच के पास छोटे-छोटे दो बक्से लिए और एक औरत चुपचाप बैठी है। औरत में जरूर कुछ-न-कुछ ऐसा था कि गौरांबर को एक बार देखकर फिर दोबारा उधर...

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हमें यह बात बता चुके हैं । By DINESH KUMAR KEER

एक कहानी :- दुआओं का असरएक होटल में बहुत ज्यादा भीड़ रहती थी, जिसका फायदा उठाकर एक आदमी रोजाना कचौरी खाकर बिना पैसे दिए ही चला जाता था । मैं रोज उस आदमी को देखता लेकिन होटल के मालि...

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समय कि गति By prabha pareek

समय की गतिसमय क्या चीज़ है जीवन के पथ पर अनुभवों की थाती संभलाता अच्छे बुरे अनुभवों से झोलियाँ भरता आगे बढ़ता जाता है। प्रकृति की सजीव व निर्जीव सभी चीजें हमें कुछ ना कुछ तो सिखा ही...

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मंजिले - भाग 9 By Neeraj Sharma

   ------खैर हो ----              चलती का नाम गाड़ी है। बेशर्म लोग कुछ नहीं समझ सकते। बस कही भी पैसे बचते है, छोड़ते नहीं है, भोजन फ्री का....चावल इतना खा गए, उस वक़्त, कि पूछो मत। चल...

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द्वारावती - 75 By Vrajesh Shashikant Dave

75                                    “मैं मेरी पुस्तकें अभी प्रकाशित नहीं करवाना चाहता। मुझे वह लौटा दीजिए।”“क्यों? क्या हो गया?”“मुझे प्रतीत हुआ है कि कुछ लिखना छुट गया है। मैं उ...

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दो दिल एक मंजिल By DINESH KUMAR KEER

1. बाल कहानी - गलतीसूर्या नामक बालक अपने माता - पिता के साथ शहर में रहता था । सूर्या बहुत शैतान बालक था । हर समय वह नयी - नयी शैतानियाँ करता रहता था ।सूर्या का एक और शौक था । सूर्य...

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ज्वार या भाटा - भाग 1 By Lalit Kishor Aka Shitiz

"ज्वार या भाटा" भूमिकाकहानी ज्वार या भाटा हमारे उन वयोवृद्ध योद्धाओं की है जो अपने जीवन में अथाह अनुभव लेके उसे साकार करने हेतु एवं अपनी कुंठाए दूर करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है...

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तमस ज्योति - 60 (अंतिम भाग) By Dr. Pruthvi Gohel

प्रकरण - ६०स्टूडियो में बैठे रोशनकुमारने कहा, "अपनी आंखों की रोशनी वापस आने से मैं उस दिन बहुत ही खुश हुआ था।"अब अमिताने एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा, "रोशनजी! आपकी आंखों की र...

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छोटे-छोटे प्रयास By DINESH KUMAR KEER

1. किसान की सीखएक बार बादलों की हड़ताल हो गई बादलों ने कहा अगले दस साल पानी नहीं बरसायेंगे। ये बात जब किसानों ने सुनी तो उन्होंने अपने हल सम्भाल कर रख दिये, लेकिन एक किसान अपने नियम...

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तेरी मेरी यारी - 5 By Ashish Kumar Trivedi

        (5)सोनम से बात करने के इरादे से कबीर रीसेस के समय स्कूल के जूनियर सेक्शन में गया। उसने देखा कि सोनम सबसे अलग एक झूले पर उदास बैठी है। वह उसके पास जाकर बैठ गया। उसे देख कर स...

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आखेट महल - 18 By Prabodh Kumar Govil

अठारह   गौरांबर ने देखा, प्लेटफॉर्म पर एक बेंच के पास छोटे-छोटे दो बक्से लिए और एक औरत चुपचाप बैठी है। औरत में जरूर कुछ-न-कुछ ऐसा था कि गौरांबर को एक बार देखकर फिर दोबारा उधर...

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समय कि गति By prabha pareek

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मंजिले - भाग 9 By Neeraj Sharma

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ज्वार या भाटा - भाग 1 By Lalit Kishor Aka Shitiz

"ज्वार या भाटा" भूमिकाकहानी ज्वार या भाटा हमारे उन वयोवृद्ध योद्धाओं की है जो अपने जीवन में अथाह अनुभव लेके उसे साकार करने हेतु एवं अपनी कुंठाए दूर करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है...

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        (5)सोनम से बात करने के इरादे से कबीर रीसेस के समय स्कूल के जूनियर सेक्शन में गया। उसने देखा कि सोनम सबसे अलग एक झूले पर उदास बैठी है। वह उसके पास जाकर बैठ गया। उसे देख कर स...

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